आवश्यक सूचनाएं—
1- कृ पया नियमावली मँगाकर पढ़ें और संबंधित व्यवस्थापक के पास आवेदन-पत्र भेजकर वहां से स्वीकृति-पत्र मँगा लें।
2- एक दिवसीय, लघु / स्वयं शिविर: के वल पुराने साधको के लिए, जिन्होंने दस दिन का विपश्यना शिविर पूरा किया हो।
3- सतिपट्ठान शिविर: कम से कम तीन शिविर किये साधको के लिए, जो कि विगत एक वर्ष से नियमित और गंभीरतापूर्वक दैनिक अभ्यास करते हो। (लघु एवं सति. शिविर का समापन अंतिम तिथि की सायं होता है।)
4-किशोरो का शिविर:(15 वर्ष पूर्ण से 19 वर्ष पूर्ण) (कृ पया किशोरो के ं शिविर के लिए बनाये हुये नये आवेदन-पत्र का उपयोग करें)
5-दीर्घशिविर - ∞ 20 दिवसीय शिविर: पाँच सामान्य शिविर, एक सतिपट्ठान शिविर किये और एक दस-दिवसीय शिविर में सेवा दिये हुए साधको के लिए, जो विगत दो वर्षो से नियमित दैनिक अभ्यास करते हो तथा ं विधि के प्रति अनन्यभाव से पूर्णतया समर्पित हो।
6- 30 दिवसीय शिविर: जिन्होंने 20 दिवसीय शिविर किया हो तथा किसी एक शिविर में धर्मसेवा दी हो। (दीर्घ शिविरो के लिए 6 माह का अंतरा ल आवश्यक है।) (जहां 30 व 45 दिन के साथ होगे, वहां आनापान – 10 दिन की, और जहां के वल 45 दिन का वहां 15 दिन की होगी।)
7- 45 दिवसीय शिविर: जिन्होंने दिन्हों ने 30 दिवसीय शिविर किये हो एवं धम्मसेवा दिये हो। 60 दिवसीय शिविर: के वल सहायक आचार्यो के लिए जिन्होंने 45 दिवसीय शिविर किये हुए हैं।
8- विशेष 10-दिवसीय शिविर: पांच सामान्य शिविर, एक सतिपट्ठान शिविर किये और एक दसदिवसीय शिविर में सेवा दिये हुए साधको के लिए, जो विगत दो वर्षों से नियमित दैनिक अभ्यास करते हों तथा विधि के प्रति अनन्यभाव से पूर्णतया समर्पित हो।
Information source:
Vipassana NewsLetter dated 24 June 2021
https://www.vridhamma.org/sites/default/files/newsletters/06-24-Jun-Hindi%20Printable_0.pdf
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