ग्लोबल विपश्यना पगोडा एक 325 फीट ऊँचा धम्म स्मारक है, जो मुंबई, भारत के गोराई द्वीप पर स्थित है। इसका निर्माण विपश्यना ध्यान की प्रत्यक्ष लाभकारी विधि को साझा करने के लिए किया गया है — यह एक सार्वभौमिक और सम्प्रदाय-रहित साधना पद्धति है, जो मन के गहरे जड़ जमाए हुए हानिकारक संस्कारों को मिटाने में सहायक होती है। इससे व्यक्ति समभाव, सच्चे सुख और सभी प्राणियों के प्रति मैत्रीभाव के साथ जीवन जीता है।
आधुनिक युग के सात आश्चर्यों में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त यह पगोडा, बिना किसी सहायक स्तंभ के बनी विश्व की सबसे बड़ी पत्थर की गुंबद है। यह धम्म हॉल — दुनिया का सबसे बड़ा ध्यान हॉल — 8,000 से अधिक विपश्यना साधकों को एक साथ समूह ध्यान व एक दिवसीय पुनः अभ्यास पाठ्यक्रम हेतु समाहित कर सकता है।
पगोडा के पास ही स्थित है धम्म पत्तन विपश्यना केंद्र, जहाँ नियमित रूप से आवासीय 10-दिवसीय विपश्यना पाठ्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस परंपरा के अनुसार, दुनिया भर में इन पाठ्यक्रमों के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता। रहने और खाने की सभी सुविधाएं पूरी तरह नि:शुल्क प्रदान की जाती हैं।
ग्लोबल विपश्यना पगोडा का उद्घाटन भारत के राष्ट्रपति द्वारा 8 फरवरी, 2009 को किया गया था।
पगोडा का भ्रमण पूर्णतः नि:शुल्क है। प्रवेश शुल्क व गाइड शुल्क नहीं है।
समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक (सप्ताह के सभी दिन खुले हैं)
पता:
ग्लोबल विपश्यना पगोडा
एस्सेल वर्ल्ड के पास, गोराई गांव,
बोरीवली (पश्चिम), मुंबई - 400091
संपर्क:
फोन: +91-22-62427500 /28451204 / 1
मोबाइल: +91 8291894644
ईमेल: pr@globalpagoda.org